दोस्तों वैसे तो सेब को सबसे पौष्टिक फलों में से एक माना जाता है। और अगर आप रोज सुबह खाली पेट एक सेब का सेवन करते है तो आप कई तरह के बीमारियों से बच सकते है लेकिन दोस्तों आज हम जानेंगे की सेब के औषधि गुण क्या क्या होता है और ये किन किन रोगो में किस तरह लाभ देता है लेकिन उससे पहले सेब को कितने नाम से जाना जाता है वह पहले जान लेते हैं
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सेब किस किस नाम से जाना जाता है
1. लैटिन भाषा में पाइरस मैलस कहा जाता है
2. अंग्रेजी भाषा में एप्पल कहा जाता है3. संस्कृत भाषा में सेब कहा जाता है
4. गुजराती में सफ़रचंद कहा जाता है
5. मराठी भाषा में भी सफ़रचंद कहा जाता है
6. बंगला भाषा में सेबू कहा जाता है
सेब खाने का सही समय
दोस्तों आयुर्वेद के अनुसार सेब कब खाना चाहिए? तो दोस्तो हम आपको बता दें की हेलोडॉक्स में छपी एक खबर के मुताबिक, सेब का सेवन आपको हमेशा सुबह के समय ही करना चाहिए क्योंकि सेब की तासीर ठंडी होती है
सेब के औषधि गुण
1. बुखार में सेब का प्रयोग
सेब के पत्ते व इसके पेड़ की छाल को लगभग 5 से 7 ग्राम की मात्रा में लेकर उबालकर छान लें। इस पेय के सेवन से किसी भी तरह के बुखार व सर्दीजनित बीमारियों से तुरंत राहत मिलेगी। सर्दियों में 2-4 पत्ते तुलसी, 2-4 कालीमिर्च और थोड़ी सी सौंठ मिलाकर प्रयोग करें।
2. पेट के विकारों में सेब का प्रयोग
कच्चे सेब जो परिपक्व होने से पहले ही पेड़ से गिर जाते हैं उन्हें सुखाकर रख लें, लगभग 5 ग्राम सूखे सेब व | तने की छाल को 400 ग्राम पानी में उबालें, और जब 100 ग्राम शेष रह जाये तो छानकर रख लें, इसके सेवन से संग्रहणी, अतिसार, मरोड़ व पेट के अन्य विकारों में तुरंत लाभ मिलेगा। क्यों की जो इसके फल जो कच्चे होते हैं वो खटे होते हैं वह पेचिस को रोकने में सहयोग करते हैं और बहुत ही कारगर होते हैं इसके अतिरिक्त यह जो इसकी पक्तिया है वह भी बिच्छू डंक मे बहुत ही अच्छा काम करती है यदि किसी व्यक्ति को बिच्छू ने काट लिया हो तो उसमे भी सेब की पक्तिया का उपयोग कर सकते हैं
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3. बिच्छू दंश में सेब का प्रयोग
सेब की 10 ग्राम पत्तियों को कूटकर 400 ग्राम पानी में उबालें। जब 100 ग्राम शेष रह जाये तो छानकर उसमें थोड़ा सा सेंधा नमक डालकर सेवन करें, इससे बिच्छू के काटने से होने होने वाली वेदना में तुरंत लाभ मिलता है बिच्छू के दंश के लिए एक और घरेलू उपाय है। सेंधव नमक को पानी के साथ घोल लें और शरीर के जिस | हिस्से को विच्छू ने काटा है उसके विपरीत वाले कान में यानी दाहिने साइड में बिच्छू ने डंक मारा है तो बाऐ कान में इस पानी की 4-5 बूंद डाल दें। अगर बाऐ साइड में बिच्छू ने डंक मारा है तो दाहिने कान में इस पानी की 4-5 बूंद डाल दें। जिसे थोड़ी ही देर में विच्छू के काटने से हो रहे दर्द में आराम मिलना शुरु हो जायेगा।
4. नेत्र विकारों में सेब का प्रयोग
यदि आंखों में किन्ही कारणों से सूजन हो, लालिमा हो या संक्रमण हो तो कच्चे सेव को आग में हल्का सा | भूनकर इसकी पुल्टिस बनाकर आंख पर रखने से लाभ मिलेगा।
5. चाय के रुप में सेब का प्रयोग
कच्चे सेव के टुकड़े करके सुखाकर रख लें, कुछ टुकड़े लेकर उसमें उचित मात्रा में तुलसी व पुदीने के पत्ते, कालीमिर्च और लौंग मिलाकर उबालें। और चाय के विकल्प के तौर पर इस पेय का सेवन करने से शरीर में स्फूर्ति रहेगी और सर्दी, जुकाम, कफ व खांसी में लाभ मिलेगा।
6. माइग्रेन में सेब का प्रयोग
माइग्रेन के रोगी या जिनको सिरदर्द रहता हो उनके लिए सेब वरदान है। प्रातःकाल खाली पेट नियमित रुप से सेब का सेवन करने से इन बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। यदि आप स्वच्छ वातावरण में रहते हो तो रात्रि को सेब को टुकड़ों में काटकर रातभर चांदनी में रखकर | प्रातःकाल उसका सेवन करें। इससे सिरदर्द व माइग्रेन की समस्या शीघ्र ही समाप्त हो जायेगी।
7. खांसी में सेब का प्रयोग
खांसी होने पर सेब का जूस निकालकर उसमें उचित मात्रा में मिश्री व कालीमिर्च मिला लें। कुछ दिन इस जूस का सेवन करने से खांसी में | तुरंत लाभ मिलेगा।
8. अतिसार में सेब का प्रयोग
जिनको बार-बार दस्त लगते हों या संग्रहणी की शिकायत हो, वे कच्चे | सेब को सुखाकर इसका पाउडर बना लें और सुबह-शाम 1से 2 चम्मच इस | पाउडर का प्रयोग करें।
Your Queries:- सेब खाने से क्या लाभ होता है?
No.1 एक दिन में कितने सेब खाने चाहिए?
अगर आप वजन घटाना चाहते है तो 2 से 3 सेब का सेवन सुबह नास्ते में ले सकते है नहीं तो नार्मल आप रोजाना 1 से 2 सेब रोजाना खाली पेट सूबह खा सकते है इससे ज्यादा नहीं खाना चाहिए
No.2 सेब खाने का सही समय क्या है?
एक रिसर्च के मुताबिक सेब को सुबह खाली पेट खाने का सही समय माना गया है
सेब में बहुत से पोषक गुण ऐसे पाये जाते हो जो हमारे सेहत के लिए काफी लाभदायक माना गया है जो हमें कई रोगों से बचता है साथ ही इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स,कैल्शियम,आयरन,मैग्नीशियम,पोटैशियम,सोडियम जैसे पोषक गुण होता है जो हमारे शरीर को कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है
No.4 आयुर्वेद के अनुसार सेब कब खाना चाहिए?
दोस्तों आयुर्वेद के अनुसार सेब कब खाना चाहिए? तो दोस्तो हम आपको बता दें की हेलोडॉक्स में छपी एक खबर के मुताबिक, सेब का सेवन आपको हमेशा सुबह के समय ही करना चाहिए क्योंकि सेब की तासीर ठंडी होती है