अस्थमा या ह्रदय रोग एक ऐसी बीमारी है जो किसी भी व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है ये रोग फेफड़े से जुड़ी श्वास नलियों से संबंध रखती है इस रोग में श्वास नलियों में सुजन,श्वास नलियों का सिकुड़ जाना, या वात एवं कफ बढ़ने के कारण होता है इस रोग से लगभग पूरी दुनिया में 30 करोड़ से भी ज्यादा लोग पीड़ित हैं खोज कर्ताओं के अनुसार इसमें मुख्य रूप से भारत सबसे आगे हैं क्योंकि एक रिसर्च के मुताबिक भारत के कुल आबादी में से लगभग 10% से भी ज्यादा लोग अस्थमा रोग से पीड़ित हैं दोस्तो आज के आर्टिकल में अस्थमा रोग का घरेलू उपाय के बारे में नीचे निम्रलिखित रूप से दर्शाया गया है जिसे आप अपने जीवन में शामिल करते हैं तो निश्चित रूप से अस्थमा जैसी गंभीर बीमारी को दूर किया जा सकता है

No.1 अगर आप अस्थमा रोग का घरेलू उपाय कर रहे हैं तो आप को कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखना होगा जैसे आप अस्थमा पेशंट है तो आप को हमेशा धूल भरी जगह, पॉल्यूशन, सर्दी या बारिश या नमी युक्त मौसम से बचना चाहिए क्योंकि नमी युक्त मौसम में ये बीमारी ज्यादा बढ़ने का कारण होता हैं और हां अगर आप को बाहर कहीं जाना हो तो मास्क का उपयोग करें
इन बातों का भी ध्यान रखें
खुसूबुदार चीजें जैसे पेंट, स्प्रे, धुआं, अग्रबती, इत्र, इत्यादि चीजों से बचें
No.2 अस्थमा रोग में खाने योग भोजन
अस्थमा रोग में आप हरे पत्ते दार सब्जियां या जौ, गेहूं अंकुरित अनाज, मूंग, चना, बाजरा, ज्वार, पालक का रस, गाजर का रस,
लौंग, लहसून, अदरक,काली मिर्च इत्यादि चीजों का सेवन करना चाहिए और हमेशा ठंडी चीजें या तली हुई चीजें न खाएं हर समय गर्म पानी पिए और शहद का सेवन करें।
No.3 शहद का उपयोग अस्थमा रोग में
अंगूर, बड़ी इलाइची,खजूर को बराबर मात्रा में मिलाकर कर पीस लें और इसमें शहद मिलाकर नियमित सेवन करने से अस्थमा रोग को जड़ से ठीक करने में मदद करता है।
No.4 तुलसी का उपयोग अस्थमा रोग में
आयुर्वेद चिकित्सा के अनुसार तुलसी श्वास संंबधित रोगों में काफी उपयोगी माना गया है एक चम्मच शहद में 2 से 4 तुलसी की पत्ती मिलाकर नियमित पीने से अस्थमा रोग ठीक हो जाता है
और साथ ही 4 से 5 तुलसी की पत्ती,शहद एक चम्मच, करेला का पेस्ट एक चम्मच मिला कर नियमित पीने से अस्थमा रोग जड़ ठीक हो जाता है।
No.5 मुलेठी का उपयोग अस्थमा रोग में
मुलेठी का उपयोग अस्थमा रोग में काफी उपयोगी माना गया है
ये कफ को नष्ट करता है और गले में कफ को जमा होने से रोकता है एक चम्मच शहद में मुलेठी चूर्ण को मिलाकर कर नियमत सेवन करते हैं तो ये अस्थमा रोग, बार बार खांसी आना ,श्वास फूलना, जैसी बीमारी को दूर करने में मदद करता है और आप मुलेठी की चाय बनाकर भी पी सकते हैं। ये भी अस्थमा रोग में फायदेमंद होता हैं।
No.6 पिप्पली का उपयोग अस्थमा रोग में
आयुर्वेद के अनुसार पिप्पली अस्थमा रोग के लिए काफी उपयोगी माना गया है पिप्पली खाँसी,श्वास फूलना, श्वसन तंत्र मे सूजन जैसी गंभीर बीमारियों को बढ़ने से रोकता है और साथ ही ये क्रॉनिक अस्थमा में फायदेमंद होता हैं एक चौथाई चम्मच पिप्पली चूर्ण शहद के साथ दिन में दो बार सेवन करने से ये फेफड़े से जुड़ी सभी परेशानियों को दूर करता है
No.7 अंजीर का उपयोग अस्थमा रोग में
अंजीर में बहुत से ऐसे यौगिक गुण पाया जाते हैं जो
श्वसन तंत्र के सभी विकारों को सुधारने में काफी सहायता करता है इसके लिए आप 2 से 4 अंजीर को रातभर पानी में भिगो कर
सुबह खाली पेट सेवन करें और ऊपर से जिस पानी में अंजीर को भिगोया है उस पानी को पी ले ऐसा अगर आप रोज करते हैं तो
श्वसन तंत्र सम्बन्धित सभी समस्या ठीक हो जाता हैं।
No.8 हल्दी का उपयोग अस्थमा रोग में
आयुर्वेद में हल्दी को एंटी-बायोटिक दावा कहा गया है इसलिए आप कच्ची हल्दी को दूध में उबाल कर पीते हैं तो ये अस्थमा रोग में तत्काल आराम दिलाता है और साथ ही दूध में कच्ची लहसुन को उबाल कर पीते हैं तो अस्थमा रोग को जड़ से ठीक करने में मदद करता है।
सावधानी
ऊपर दी हुई जनकारी को अगर आप नियमित उपयोग करते हैं तो निश्चित तौर पर आप अस्थमा जैसे गंभीर बिमारी से छूटकारा पा सकते है लेकिन अगर आप को कोई परेशानि हैं तो आप अपने डॉक्टर या वैद्य से सलाह लें और उसके बाद उपयोग करें।
Frequently Asked Question's (FAQs)
No.1 अस्थमा को जल्दी कैसे ठीक करें?
No.3 शहद का उपयोग अस्थमा रोग में
अंगूर, बड़ी इलाइची,खजूर को बराबर मात्रा में मिलाकर कर पीस लें और इसमें शहद मिलाकर नियमित सेवन करने से अस्थमा रोग को जड़ से ठीक करने में मदद करता है।
No.4 तुलसी का उपयोग अस्थमा रोग में
No.5 मुलेठी का उपयोग अस्थमा रोग में
No.6 पिप्पली का उपयोग अस्थमा रोग में
No.7 अंजीर का उपयोग अस्थमा रोग में
No.8 हल्दी का उपयोग अस्थमा रोग में
No.2 आयुर्वेद में अस्थमा की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
तुलसी का उपयोग अस्थमा रोग में
आयुर्वेद चिकित्सा के अनुसार तुलसी श्वास संंबधित रोगों में काफी उपयोगी माना गया है एक चम्मच शहद में 2 से 4 तुलसी की पत्ती मिलाकर नियमित पीने से अस्थमा रोग ठीक हो जाता है
और साथ ही 4 से 5 तुलसी की पत्ती,शहद एक चम्मच, करेला का पेस्ट एक चम्मच मिला कर नियमित पीने से अस्थमा रोग जड़ ठीक हो जाता है।
No.3 अस्थमा को जड़ से खत्म करने के लिए क्या करें?
अस्थमा रोग में आप हरे पत्ते दार सब्जियां या जौ, गेहूं अंकुरित अनाज, मूंग, चना, बाजरा, ज्वार, पालक का रस, गाजर का रस,
लौंग, लहसून, अदरक,काली मिर्च इत्यादि चीजों का सेवन करना चाहिए और हमेशा ठंडी चीजें या तली हुई चीजें न खाएं हर समय गर्म पानी पिए और शहद का सेवन करें।